COPYRIGHT © 2007. The blog author holds the copyright over all the blog posts, in this blog. Republishing in ROMAN or translating my works without permission is not permitted.

Thursday, May 7, 2009

निशब्द शब्दों की निःशब्दता

निशब्द शब्दों को शब्दों ना दो

निशब्द शब्दों की निःशब्दता मे

मौन नहीं मुखरता होती हैं

3 comments:

शोभना चौरे said...

निशब्द शब्दों की निःशब्दता मे मौन नहीं मुखरता होती हैं

लाजवाब निशब्दता मे भी बहुत कुछ कह दिया है आपने |
कभी मेने लिखा था
शब्द जब चूक जाते है
मौन मुखरण हो जाता है |

शोभना चौरे said...

निशब्द शब्दों की निःशब्दता मे मौन नहीं मुखरता होती हैं

लाजवाब निशब्दता मे भी बहुत कुछ कह दिया है आपने |
कभी मेने लिखा था
शब्द जब चूक जाते है
मौन मुखरण हो जाता है |

admin said...

आपकी रचनाएं अतिरिक्त गम्भीरता की मांग करतीहैं। अच्छा हो, यदि इनकी विवेचना भी पाठकों को प्रस्तुत करें।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary- TSALIIM / SBAI }